क्रिकेट में बाउंड्री के पास लिए गए रोमांचक कैच अक्सर मैच का रुख पलट देते हैं। लेकिन अब ऐसे हैरतअंगेज कैच जिन्हें हम ‘बनी हॉप कैच’ कहते हैं, जल्द ही इतिहास बन जाएंगे। क्रिकेट के नियम तय करने वाली संस्था मैरीलेबोन क्रिकेट क्लब (MCC) ने इस तकनीक को अवैध घोषित कर दिया है।
यह नया नियम महीने के अंत से प्रभावी होगा और अक्टूबर 2025 में आधिकारिक रूप से क्रिकेट के कानूनों (Laws of Cricket) में शामिल किया जाएगा।
🐇 क्या होता है ‘बनी हॉप कैच’?
‘बनी हॉप’ तकनीक में क्षेत्ररक्षक बाउंड्री के पास गेंद को हवा में उछालते हैं, फिर खुद सीमा रेखा के बाहर जाकर हवा में उस गेंद को फिर से टैप करते हैं और अंततः मैदान के अंदर लौटकर कैच पूरा करते हैं।
अब MCC के नए दिशा-निर्देशों के तहत यह तकनीक अमान्य होगी। यदि कोई खिलाड़ी मैदान की सीमा के बाहर से हवा में गेंद को दोबारा छूता है और मैदान में लौटकर कैच पूरा करता है, तो वह कैच नहीं माना जाएगा — उसे चार या छह रन घोषित कर दिया जाएगा।
🔥 माइकल नेसर का कैच बना बदलाव की वजह
इस नियम में बदलाव की प्रेरणा ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर माइकल नेसर के एक विवादास्पद कैच से मिली, जो उन्होंने 2023 बिग बैश लीग (BBL) में लिया था। नेसर ने हवा में गेंद को बाउंड्री के पास टैप किया, सीमा रेखा के बाहर जाकर उसे दोबारा हवा में मारा और फिर मैदान में लौटकर कैच पकड़ लिया।
हालांकि वह कैच उस समय नियमों के अनुसार वैध था, लेकिन MCC ने माना कि इससे खेल की सरलता और भावना पर असर पड़ता है।
📢 MCC का बयान:
MCC ने कहा:
“इस नियम में बदलाव का उद्देश्य नियमों को और स्पष्ट बनाना है ताकि खेल की सहजता बनी रहे। अब क्षेत्ररक्षक को गेंद को पकड़ने की प्रक्रिया पूरी तरह मैदान के अंदर रहकर ही करनी होगी, अन्यथा बल्लेबाज को बाउंड्री के रन मिलेंगे।”
🎯 क्रिकेट की ‘स्पिरिट’ को बनाए रखने की कोशिश
नया नियम अब खिलाड़ियों को बाध्य करेगा कि वे बाउंड्री लाइन पार किए बिना ही कैचिंग तकनीक अपनाएं। इससे न केवल फेयर प्ले को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि टीवी अंपायरों के निर्णय भी तेज़ और स्पष्ट होंगे।
निष्कर्ष:
क्रिकेट में हर नियम का मकसद खेल की भावना और संतुलन को बनाए रखना होता है। MCC द्वारा ‘बनी हॉप’ कैच पर लगाई गई रोक एक ऐसा ही कदम है, जो मैदान पर ईमानदारी और रोमांच को एक नई दिशा देगा।