भारतीय टेस्ट क्रिकेट के भरोसेमंद खिलाड़ी हनुमा विहारी ने एक बार फिर यह स्पष्ट किया है कि भले ही वह फिलहाल टीम इंडिया से बाहर हों, लेकिन उनका लक्ष्य अब भी राष्ट्रीय टेस्ट टीम में वापसी करना है। उन्होंने कहा कि उन्होंने कभी हार नहीं मानी और वह लगातार अपने खेल पर मेहनत कर रहे हैं।
🏏 क्या बोले हनुमा विहारी?
एक हालिया इंटरव्यू में विहारी ने कहा,
“मैं अब भी भारतीय टेस्ट टीम में वापसी की उम्मीद करता हूं। मैंने हमेशा देश के लिए खेलने का सपना देखा है और उसे छोड़ा नहीं है। प्रदर्शन ही मेरा एकमात्र जवाब है।”
विहारी ने यह भी स्वीकार किया कि पिछले कुछ सालों में उनकी फॉर्म में थोड़ी गिरावट आई, लेकिन अब वह घरेलू क्रिकेट में खुद को साबित करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
📉 कब से टीम से बाहर हैं?
हनुमा विहारी को आखिरी बार भारत की ओर से बांग्लादेश दौरे (दिसंबर 2022) पर टेस्ट मैच खेलते हुए देखा गया था। इसके बाद उन्हें लगातार टेस्ट टीम में जगह नहीं मिल पाई, खासकर युवा खिलाड़ियों के उभार और कड़ी प्रतिस्पर्धा के चलते।
🏆 रणजी में मजबूत प्रदर्शन
हाल ही में हुए रणजी ट्रॉफी 2024-25 में विहारी ने आंध्र प्रदेश के लिए शानदार प्रदर्शन किया और कई अहम पारियां खेलीं।
उन्होंने कहा,
“मैंने रणजी ट्रॉफी में रन बनाए हैं और मेरी नजरें अब इंडिया ए टीम और टेस्ट टीम पर हैं।”
🔍 चयनकर्ताओं से क्या उम्मीद?
विहारी ने उम्मीद जताई कि बीसीसीआई और चयनकर्ता घरेलू क्रिकेट में प्रदर्शन को गंभीरता से लेंगे। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि टेस्ट क्रिकेट उनकी पहली प्राथमिकता है और वह उसमें ही खुद को सर्वश्रेष्ठ महसूस करते हैं।
✨ निष्कर्ष
हनुमा विहारी का यह आत्मविश्वास और कड़ी मेहनत की लगन दिखाता है कि भले ही वह इस समय भारतीय टीम से बाहर हों, लेकिन उन्होंने उम्मीद का दामन नहीं छोड़ा। अगर वे इसी तरह से घरेलू क्रिकेट में चमक बिखेरते रहे, तो एक बार फिर उन्हें नीली कैप में देखने का सपना भारतीय फैंस के लिए भी हकीकत बन सकता है।