अभिनेत्री और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर खुशबू मुखर्जी एक बार फिर सुर्खियों में हैं — इस बार अपने बेहद बोल्ड लुक को लेकर। हाल ही में उनकी एक सार्वजनिक उपस्थिति में उन्होंने एक बेहद छोटा और चमकीला गोल्डन ड्रेस पहना, जिसे कई सोशल मीडिया यूज़र्स ने “अर्ध-नग्न” करार दिया है।
‘हार्ट अटैक’ और ‘बालवीर रिटर्न्स’ जैसी चर्चित सीरीज़ में नजर आ चुकीं खुशबू की यह ड्रेस सोशल मीडिया पर उफान लेकर आई है। एक ओर जहां कई लोग इसे “सस्ती लोकप्रियता” पाने का प्रयास बता रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कई लोग इसे महिला की व्यक्तिगत अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हिस्सा मान रहे हैं।
सोशल मीडिया पर आलोचना की बाढ़ आ गई है। कुछ यूज़र्स ने मुंबई पुलिस और सरकारी प्रशासन से कार्रवाई की मांग तक कर डाली। वहीं खुशबू के समर्थकों का कहना है कि यह दोहरे मापदंडों का उदाहरण है क्योंकि अक्सर पुरुष इन्फ्लुएंसर ऐसी आलोचना से बच निकलते हैं।
यह पहली बार नहीं है जब खुशबू मुखर्जी ने बोल्ड अंदाज़ में सार्वजनिक उपस्थिति दर्ज कराई हो। अपने ग्लैमरस फोटोशूट्स और हॉट अवतार के लिए जानी जाने वाली खुशबू अक्सर सोशल मीडिया पर सुर्खियाँ बटोरती रही हैं। आलोचकों का कहना है कि इस तरह की हरकतें सार्वजनिक मर्यादा और नैतिक मूल्यों के खिलाफ हैं। कुछ लोगों ने 2024 के इंदौर मामले का हवाला दिया, जहां एक महिला पर अर्ध-नग्न वीडियो के लिए कानूनी कार्रवाई की गई थी।
हालांकि, फिलहाल खुशबू मुखर्जी के खिलाफ किसी भी तरह की आधिकारिक कार्रवाई की कोई खबर नहीं है। उनके समर्थकों का कहना है कि यह सिर्फ एक महिला को टारगेट करने और इंटरनेट के नैतिक पुलिसिया रवैये का नतीजा है।
यह विवाद एक बड़े प्रश्न की ओर इशारा करता है — क्या आज के कंटेंट क्रिएटर्स पर अपनी लोकप्रियता बनाए रखने के लिए हर सीमा लांघने का दबाव है? और क्या हमारे समाज में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को लेकर अब भी लैंगिक असमानता बनी हुई है?
जहां एक ओर खुशबू का यह लुक उनके ब्रांड और पहचान के साथ मेल खाता है, वहीं दूसरी ओर यह समाज के कुछ वर्गों को नाराज़ करने का खतरा भी रखता है।
एक ओर यह चर्चा आज़ादी और व्यक्तिगत अभिव्यक्ति की है, वहीं दूसरी ओर यह हमारे समाज के दोगले रवैये और नैतिकता की सीमाओं पर भी सवाल उठाती है।