क्रिकेट इतिहास में 8 जून 2025 का दिन हमेशा याद रखा जाएगा, जब स्कॉटलैंड T20 त्रिकोणीय सीरीज के तहत ग्लास्गो के टिटवुड मैदान पर नीदरलैंड्स और नेपाल के बीच खेला गया मुकाबला तीसरे सुपर ओवर तक पहुंचा — और वहीं जाकर फैसला हुआ।
यह पुरुष T20 अंतरराष्ट्रीय और लिस्ट A क्रिकेट के इतिहास में पहली बार हुआ जब किसी मैच का परिणाम तीसरे सुपर ओवर में निकला हो। दर्शकों के लिए यह मुकाबला रोमांच और उत्साह का चरम साबित हुआ, जिसमें पल-पल पर खेल की तस्वीर बदलती रही।
नेपाल और नीदरलैंड्स का संघर्ष
मैच की शुरुआत से ही दोनों टीमें बराबरी की टक्कर देती नज़र आईं। नेपाल की ओर से नंदन यादव ने शानदार बल्लेबाज़ी करते हुए अंत तक टीम को बनाए रखा, वहीं नीदरलैंड्स के लिए माइकल लेविट की धमाकेदार पारी ने मैच को अंतिम क्षणों तक जीवंत बनाए रखा।
दोनों टीमें निर्धारित 20 ओवरों में बराबरी पर रहीं, इसके बाद पहला और फिर दूसरा सुपर ओवर भी टाई रहा। दर्शकों की धड़कनें तेज़ हो चुकी थीं, और जब तीसरा सुपर ओवर शुरू हुआ, तब स्टेडियम में सन्नाटा और उत्साह दोनों देखने को मिले।
निर्णायक सुपर ओवर में नीदरलैंड्स की जीत
तीसरे सुपर ओवर में नीदरलैंड्स ने अंततः बढ़त बनाई और नेपाल पर ऐतिहासिक जीत दर्ज की। इस जीत के साथ ही नीदरलैंड्स ने सीरीज में मजबूत स्थिति बना ली, जबकि नेपाल ने भले ही हार का सामना किया हो, लेकिन उनका जज़्बा और संघर्ष क्रिकेट प्रेमियों के दिल में घर कर गया।
क्रिकेट इतिहास का अनोखा पन्ना
इस मुकाबले ने यह सिद्ध कर दिया कि T20 क्रिकेट में कभी भी कुछ भी हो सकता है। तीन सुपर ओवर तक जाना किसी फिल्मी पटकथा से कम नहीं था। यह मैच आने वाले वर्षों में याद किया जाएगा — ना केवल इसके रोमांच के लिए, बल्कि क्रिकेट के नए कीर्तिमान के रूप में।
निष्कर्ष
नीदरलैंड्स बनाम नेपाल T20 मुकाबला न केवल एक रोमांचक खेल था, बल्कि यह क्रिकेट के इतिहास में एक मील का पत्थर भी बन गया है। तीन सुपर ओवरों का यह नज़ारा आने वाले समय में T20 क्रिकेट की रोमांचक संभावनाओं की मिसाल बनेगा।