हैदराबाद के अपने आलीशान बंगले में एक खास बातचीत के दौरान तेलुगू सिनेमा के दिग्गज अभिनेता और निर्माता मोहन बाबू ने एक दिलचस्प खुलासा किया। ‘कर्ली टेल्स’ की एडिटर-इन-चीफ कामिया जानी के साथ रविवार ब्रंच पर बातचीत करते हुए उन्होंने बताया कि बॉलीवुड के मशहूर कॉमिक अभिनेता शक्ति कपूर का आइकॉनिक ‘लोलिता’ डायलॉग उन्होंने ही सिखाया था।
मोहन बाबू ने बताया कि वे 500 से अधिक फिल्मों में अभिनय कर चुके हैं और 70 से ज्यादा फिल्मों का निर्माण कर चुके हैं। इस बातचीत के दौरान उन्होंने अपने अभिनय के शुरुआती दिनों, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति सम्मान और अपने गांव मोधुगुलापालेम से फिल्म इंडस्ट्री तक के सफर पर भी चर्चा की।
उन्होंने यह भी बताया कि उन्होंने दिवंगत अभिनेत्री श्रीदेवी के साथ तेलुगू फिल्म देवथा में काम किया था। इसी दौरान उनकी दोस्ती शक्ति कपूर से हुई, जो उस समय अपने करियर की शुरुआत कर रहे थे। मोहन बाबू ने बताया, “शक्ति कपूर ने मुझसे कहा था कि वे एक हिंदी फिल्म में एक खास सीन के लिए संघर्ष कर रहे हैं। मैंने उन्हें उस सीन में संवाद कैसे बोलना है, यह सिखाया। और वही डायलॉग आज ‘लोलिता’ के नाम से इतना मशहूर है।”
कामिया जानी के साथ यह मुलाकात केवल एक सामान्य इंटरव्यू नहीं बल्कि एक प्रेरणादायक यात्रा की झलक थी — जिसमें एक साधारण गांव से निकले व्यक्ति ने भारतीय सिनेमा पर अपनी अमिट छाप छोड़ी और दूसरों के करियर को भी संवारा।
निष्कर्ष:
मोहन बाबू का यह खुलासा न केवल उनके अनुभव और अभिनय क्षमता को दर्शाता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि कैसे कलाकारों के बीच आपसी सहयोग भारतीय सिनेमा को समृद्ध बनाता है।