सिलिकॉन वैली के मशहूर वेंचर कैपिटलिस्ट और Khosla Ventures के संस्थापक विनोद खोसला ने स्टार्टअप Windsurf के संस्थापकों को लेकर कड़ी टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि Windsurf के फाउंडर्स ने मुश्किल वक्त में अपनी टीम का साथ छोड़ दिया, जिसे वे व्यक्तिगत और पेशेवर दोनों दृष्टिकोण से अस्वीकार्य मानते हैं।
क्या कहा विनोद खोसला ने?
विनोद खोसला ने एक हालिया बातचीत में कहा:
“मैं कभी भी ऐसे संस्थापकों के साथ दोबारा काम नहीं करूंगा, जो अपनी टीम को अकेला छोड़ दें। Windsurf के फाउंडर्स ने जिस तरह से टीम को बीच में छोड़ दिया, वह विश्वासघात जैसा है।”
क्यों हुआ यह बयान चर्चा में?
Windsurf, जो एक उभरता हुआ तकनीकी स्टार्टअप था, को Khosla Ventures से प्रारंभिक निवेश मिला था। लेकिन हाल ही में आई खबरों के अनुसार, कंपनी के मुख्य संस्थापक संकट के समय कंपनी और कर्मचारियों को छोड़कर चले गए, जिससे स्टार्टअप के भविष्य पर सवाल खड़े हो गए।
निवेशकों की चेतावनी
खोसला का यह बयान उन निवेशकों के लिए भी एक संकेत माना जा रहा है जो केवल तकनीकी क्षमता नहीं, बल्कि नेतृत्व क्षमता और टीम के प्रति प्रतिबद्धता को भी निवेश के मानदंड के रूप में देखते हैं।
Windsurf की ओर से अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं
Windsurf की ओर से फिलहाल इस मामले पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी गई है, लेकिन सोशल मीडिया और स्टार्टअप जगत में इस बयान के बाद से चर्चाओं का दौर तेज हो गया है।
निष्कर्ष:
विनोद खोसला जैसे दिग्गज निवेशक का यह बयान दर्शाता है कि सिर्फ इनोवेशन नहीं, टीम के प्रति प्रतिबद्धता और नेतृत्व की नैतिकता भी स्टार्टअप जगत में उतनी ही महत्वपूर्ण है। Windsurf के संस्थापकों के इस कदम ने जहां भरोसे की दीवार गिराई है, वहीं यह बाकी उद्यमियों के लिए भी एक चेतावनी है।