भारतीय क्रिकेट के उभरते सितारे शुभमन गिल ने सिर्फ एक हफ्ते में ऐसा कमाल कर दिखाया है कि आलोचक अब तारीफ करते नहीं थक रहे। जहां एक तरफ उनकी कप्तानी को लेकर सवाल उठाए जा रहे थे, वहीं अब उन्हीं के बल्ले से निकले रन और मैदान पर लिए गए फैसले हर आलोचना का करारा जवाब बन गए हैं।
चलिए जानते हैं वो 4 बड़ी वजहें जिन्होंने शुभमन गिल की छवि को पूरी तरह बदल दिया:
1. पहला टेस्ट दोहरा शतक – इतिहास रच दिया!
इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में शुभमन गिल ने 311 गेंदों पर 204 रन की नाबाद पारी खेलकर न सिर्फ मैच को भारत की पकड़ में कर लिया, बल्कि इंग्लैंड में दोहरा शतक लगाने वाले पहले भारतीय कप्तान भी बन गए। यह उनके टेस्ट करियर का पहला दोहरा शतक है।
2. कप्तानी में दिखा संयम और समझदारी
जहां युवा कप्तानों पर दबाव में टूटने का खतरा होता है, वहीं शुभमन ने शांत दिमाग और रणनीतिक सोच के साथ कप्तानी की। गेंदबाज़ों का बेहतरीन उपयोग और फील्ड प्लेसमेंट्स ने दिखा दिया कि वो भविष्य के भरोसेमंद कप्तान हैं।
3. टीम में युवा खिलाड़ियों को मौका देकर जीता दिल
गिल ने नंबर तीन पर साई सुदर्शन को मौका दिया, जिन्होंने घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया था। साथ ही उन्होंने करुण नायर और शार्दुल ठाकुर जैसे खिलाड़ियों को टीम में शामिल कर, युवा खिलाड़ियों में आत्मविश्वास भरा।
4. आलोचनाओं का जवाब प्रदर्शन से दिया
लाल गेंद से हालिया फॉर्म को लेकर गिल की आलोचना हो रही थी। लेकिन उन्होंने बल्ले से ऐसा जवाब दिया कि अब उन्हें “क्रिटिक्स स्लेयर” कहा जाने लगा है। उन्होंने यह साबित कर दिया कि वो सिर्फ सीमित ओवरों के खिलाड़ी नहीं, बल्कि हर फॉर्मेट के स्टार हैं।
🔥 निष्कर्ष:
सिर्फ 7 दिन में शुभमन गिल ने जो कमाल दिखाया है, उसने उन्हें क्रिकेट का नया ‘लीडर’ बना दिया है। उनके बल्ले की आग, दिमाग की शांति और टीम के लिए सोच – यही वो मिश्रण है जो उन्हें आने वाले सालों में टीम इंडिया का स्थायी कप्तान बना सकता है।
क्या अब गिल को आलोचकों की जगह लीजेंड्स की कतार में खड़ा किया जाएगा? समय इसका जवाब देगा, लेकिन शुरुआत ज़ोरदार हो चुकी है!