जब जून में पहली बार यह खबर सामने आई कि टीवी इतिहास का सबसे चर्चित शो ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ करीब 25 साल बाद नए सीज़न के साथ लौट रहा है, तो हर उस दर्शक का दिल खुशी से झूम उठा, जिसकी बचपन की यादें इस शो से जुड़ी हैं। मिलेनियल्स के लिए यह महज़ एक टीवी शो नहीं, बल्कि भावनाओं का कारवां था, और उस कारवां की वापसी ने सोशल मीडिया पर nostalgia की सुनामी ला दी।
⭐ 29 जुलाई की रात – भावनाओं की वापसी
29 जुलाई को रात 10:30 बजे, जैसे ही शो का नया सीजन Star Plus पर प्रसारित हुआ, दर्शकों की पुरानी यादें ताज़ा हो गईं। वही पुराना फॉन्ट, वही आइकॉनिक टाइटल ट्रैक और सबसे अहम – मिहिर और तुलसी की जोड़ी, जिसने एक बार फिर से दिल जीत लिया।
पहले एपिसोड में इमोशन्स की भरमार, पारिवारिक रिश्तों की गर्माहट और क्लासिक डायलॉग्स की वापसी ने यह एहसास दिलाया कि शायद टीवी फिर से अपना पुराना जादू बिखेर सकेगा।
❌ लेकिन दूसरा एपिसोड गिरा फीका
जहाँ पहला एपिसोड दिल छू गया, वहीं दूसरे एपिसोड ने गति और गहराई दोनों में गिरावट दिखाई। कहानी में न तो वही जुड़ाव रहा और न ही किरदारों में पहले जैसी चमक। सोशल मीडिया पर भी दर्शकों ने इस एपिसोड को लेकर मिश्रित प्रतिक्रियाएं दीं।
“ग्रेटनेस को बनाए रखना आसान नहीं होता” – यह लाइन अब शो पर पूरी तरह लागू होती नजर आ रही है।
📺 बदलते दौर में पुराने शो की वापसी – कितना संभव?
आज जब OTT और यूट्यूब का युग है, दर्शकों की रुचियां और धैर्य दोनों बदल चुके हैं। ऐसे में 90 के दशक के फॉर्मूले पर बना कोई शो कितनी दूर तक जा सकता है, यह देखना दिलचस्प होगा।
📌 निष्कर्ष:
‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी 2’ ने पहले एपिसोड से ज़रूर एक भावनात्मक वापसी की, लेकिन अगर इसे आज के दर्शकों को जोड़े रखना है, तो कंटेंट में नयापन और प्रस्तुति में गति लानी होगी। वर्ना यह वापसी सिर्फ यादों तक सीमित रह जाएगी।