चुनाव आयोग (EC) ने शुक्रवार को कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के ‘वोट चोरी’ के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि “बेबुनियाद और तथ्यहीन आरोपों को नजरअंदाज किया जाना चाहिए।” राहुल गांधी ने हाल ही में दावा किया था कि उनके पास चुनाव में अनियमितताओं के “पक्के और स्पष्ट” सबूत हैं, और उन्होंने चुनाव आयोग पर गंभीर सवाल उठाए थे।
इस विवाद के बीच, चुनाव आयोग ने 17वें उपराष्ट्रपति चुनाव की तारीखों की भी घोषणा कर दी है। जगदीप धनखड़ के 21 जुलाई को अचानक इस्तीफा देने के बाद यह फैसला लिया गया। आयोग के मुताबिक, नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 21 अगस्त है, जबकि मतदान 9 सितंबर को होगा। वोटों की गिनती भी उसी दिन की जाएगी।
इस घटनाक्रम ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। अब देखना दिलचस्प होगा कि राहुल गांधी अपने आरोपों के समर्थन में कौन-से सबूत पेश करते हैं और चुनाव आयोग किस तरह से पारदर्शिता बनाए रखने के लिए आगे की रणनीति अपनाता है।