ओवल टेस्ट के चौथे दिन हैरी ब्रूक ने भारत के खिलाफ ऐसा तूफान मचाया कि मैच पूरी तरह इंग्लैंड के पक्ष में झुक गया। चौथी पारी में लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड की टीम जब मुश्किल में थी, तब ब्रूक ने आक्रामक बल्लेबाजी से मैच का रुख ही बदल दिया। उन्होंने सिर्फ 91 गेंदों में शतक ठोक दिया और भारत की जीत की उम्मीदों पर पानी फेर दिया।
ब्रूक का शतक, भारत की परेशानी
ब्रूक तब क्रीज पर आए जब इंग्लैंड का स्कोर 106/3 था। उन्हें जीवनदान भी मिला जब वे 19 रन पर थे, और इसके बाद उन्होंने भारतीय गेंदबाजों को कोई मौका नहीं दिया। उन्होंने सिर्फ 98 गेंदों में 111 रन बनाए, जिसमें 14 चौके और 2 छक्के शामिल थे। उन्हें आकाश दीप ने आउट किया, जब इंग्लैंड का स्कोर 301 पर था।
रूट और ब्रूक की 195 रनों की साझेदारी
ब्रूक ने जो रूट के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 195 रनों की साझेदारी की, जिसने भारत को पूरी तरह बैकफुट पर धकेल दिया। दोनों ने रन गति को बनाए रखा और मुश्किल दिख रहे 374 रनों के लक्ष्य को आसान बना दिया। जब ब्रूक आउट हुए तब इंग्लैंड को जीत के लिए सिर्फ 73 रन चाहिए थे।
ब्रूक का 10वां टेस्ट शतक
- यह ब्रूक का 10वां टेस्ट शतक था।
- उन्होंने अब तक 30 टेस्ट मैचों की 50 पारियों में 2,820 रन बनाए हैं।
- उनका औसत 57.55 का है, जो किसी भी टॉप क्लास बल्लेबाज़ से कम नहीं।
- इस सीरीज में यह उनकी दूसरी सेंचुरी थी, साथ ही दो अर्धशतक भी रहे।
- उन्होंने भारत के खिलाफ अपने डेब्यू सीरीज में ही 481 रन बना डाले हैं, औसत 53.44 का रहा।
क्या भारत बचा पाएगा मैच?
ब्रूक और रूट की साझेदारी ने भारत के गेंदबाजी आक्रमण की कमजोरियों को उजागर कर दिया। अब इंग्लैंड जीत से सिर्फ कुछ रन दूर है, जबकि भारत को चमत्कार की उम्मीद करनी होगी।
📌 निष्कर्ष: हैरी ब्रूक की आक्रामक पारी ने टेस्ट क्रिकेट में एक बार फिर साबित कर दिया कि आक्रामकता और क्लास का मेल विपक्षी टीमों के लिए कितना खतरनाक हो सकता है। अब देखना दिलचस्प होगा कि क्या भारत इस मुकाबले में वापसी कर पाएगा या इंग्लैंड ऐतिहासिक जीत दर्ज करेगा।