भारत के घरेलू क्रिकेट में रनों की बारिश करने वाले करुण नायर को 8 साल बाद आखिरकार एक बार फिर से टीम इंडिया में जगह मिली। रणजी ट्रॉफी 2024-25 और विजय हजारे ट्रॉफी में जबरदस्त प्रदर्शन के बाद चयनकर्ताओं को उन्हें नजरअंदाज करना मुश्किल हो गया। लेकिन इंग्लैंड की परिस्थितियों में अब तक करुण खुद को साबित करने में विफल रहे हैं।
🔄 8 साल बाद मिली वापसी, लेकिन नहीं दिखा पुराना जलवा
करुण नायर ने 2017 में आखिरी बार भारत के लिए टेस्ट खेला था, और इसके बाद से अंतरराष्ट्रीय मंच से गायब हो गए थे। घरेलू क्रिकेट में उनकी वापसी दमदार रही लेकिन इंग्लैंड में अब तक खेले दो टेस्ट मैचों की चार पारियों में वो बड़ी पारी नहीं खेल पाए।
- पहले टेस्ट में: 0 और 20 रन
- दूसरे टेस्ट में: 31 और 26 रन
हर पारी में उन्होंने शुरुआत तो अच्छी की, लेकिन उसे अर्धशतक या शतक में बदलने में नाकाम रहे। यह फॉर्म चयनकर्ताओं के लिए चिंता का विषय बनती जा रही है।
⚠️ लॉर्ड्स टेस्ट बन सकता है निर्णायक
अब करुण नायर के पास लॉर्ड्स टेस्ट में खुद को साबित करने का आखिरी मौका होगा। अगर वे इस मैच में भी नाकाम रहते हैं, तो वेस्टइंडीज सीरीज से उन्हें बाहर किया जा सकता है।
सूत्रों की मानें तो चेन्नई सुपर किंग्स के स्टार बल्लेबाज और गौतम गंभीर की नजर में रहने वाले युवा खिलाड़ी को मौका दिया जा सकता है। गंभीर इस समय टीम इंडिया के मुख्य कोच की भूमिका में हैं और वो भविष्य की टीम तैयार करने पर जोर दे रहे हैं।