लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर खेले जा रहे तीसरे टेस्ट में जसप्रीत बुमराह ने एक बार फिर अपने धैर्य और जुझारूपन से सभी को प्रभावित किया, लेकिन जिस समय टीम को उनसे सबसे ज़्यादा समझदारी की उम्मीद थी, वहीं उन्होंने जल्दबाज़ी में अपना विकेट गंवा दिया।
🧮 मैच की स्थिति उस वक्त:
- भारत का स्कोर: 112/8
- लक्ष्य: 193 रन
- रवींद्र जडेजा के साथ क्रीज़ पर थे जसप्रीत बुमराह
- जीत के लिए ज़रूरत: अब भी करीब 80 रन
🥲 बुमराह की चूक:
बुमराह ने क्रीज़ पर कुछ समय तक टिके रहकर इंग्लिश गेंदबाज़ों को परेशान जरूर किया, लेकिन अनावश्यक शॉट खेलते हुए उन्होंने अपना विकेट गंवा दिया।
ऐसे मौके पर जब सिर्फ टिके रहना ज़रूरी था, उनकी यह गलती भारत की उम्मीदों को तगड़ा झटका दे गई।
🏏 रवींद्र जडेजा की जुझारू पारी:
- जडेजा ने इस मुश्किल घड़ी में 61 रन की लाजवाब पारी खेली
- उन्होंने आखिरी बल्लेबाज़ों के साथ मिलकर जीत की उम्मीदें ज़िंदा रखीं
- लेकिन बुमराह और अन्य निचले क्रम के बल्लेबाज़ उनका साथ नहीं दे सके
📉 अंतिम परिणाम:
- भारत 170 रन पर ऑलआउट हो गया
- इंग्लैंड ने यह मुकाबला 22 रन से जीतकर सीरीज़ 2-1 से अपने नाम कर ली
- यह जीत इंग्लैंड के लिए खास रही क्योंकि 2018 के बाद लॉर्ड्स में पहली बार भारत को हराया
📌 निष्कर्ष:
जसप्रीत बुमराह ने जरूर फिर यह दिखाया कि वे सिर्फ गेंद से ही नहीं, बल्ले से भी योगदान दे सकते हैं। लेकिन महत्वपूर्ण क्षणों में सूझबूझ की कमी ने भारत को जीत से दूर कर दिया।
लॉर्ड्स की पिच पर अंतिम दिन चेज़ करना हमेशा चुनौतीपूर्ण रहा है, और इस बार भी इतिहास ने खुद को दोहराया।