श्लोका मेहता — उद्योगपति मुकेश अंबानी की बहू और आकाश अंबानी की पत्नी — ने हाल ही में एक इंटरव्यू में अपने सामाजिक कार्यों, पारिवारिक समर्थन और अगली पीढ़ी के लिए विरासत छोड़ने को लेकर अपने विचार साझा किए।
श्लोका ने अपने एनजीओ ‘ConnectFor’ के जरिए किए जा रहे परोपकारी कार्यों की बात करते हुए कहा कि उनका उद्देश्य समाज में वास्तविक बदलाव लाना है। वह चाहती हैं कि उनके बच्चे, भतीजे और भतीजियां भी इस सेवा भावना से प्रेरित होकर आगे बढ़ें।
🌿 श्लोका का मानवीय दृष्टिकोण
श्लोका ने बताया कि कैसे ConnectFor के माध्यम से वे देशभर के एनजीओ को वॉलंटियर्स और संसाधनों से जोड़ने का काम कर रही हैं। उनका मानना है कि “परोपकार केवल पैसे देने से नहीं, बल्कि समय, ध्यान और दिल लगाने से होता है।”
💬 परिवार और पति का समर्थन
श्लोका ने यह भी स्वीकार किया कि इस सफर में उन्हें अपने पति आकाश अंबानी और पूरे अंबानी परिवार से भरपूर समर्थन मिला है। उन्होंने कहा:
“मेरे पति आकाश न सिर्फ मेरे काम को समझते हैं बल्कि उसमें सक्रिय रूप से भाग भी लेते हैं। हमारे बच्चे अगर समाज की सेवा की भावना के साथ बड़े होते हैं, तो वही हमारी सबसे बड़ी विरासत होगी।”
👶 बच्चों के लिए विरासत की बात
श्लोका ने कहा कि वह अपने बच्चों, भतीजे और भतीजियों को सिर्फ एक अमीर खानदान का हिस्सा बनाना नहीं चाहतीं, बल्कि संवेदनशील, जागरूक और ज़िम्मेदार नागरिक बनाना चाहती हैं।
📌 निष्कर्ष:
श्लोका मेहता की यह सोच दर्शाती है कि अंबानी परिवार की अगली पीढ़ी केवल व्यापार नहीं, बल्कि समाज सेवा और मानवीय मूल्यों की नींव पर भी आगे बढ़ेगी। श्लोका का यह विज़न आने वाले समय में कई परिवारों के लिए प्रेरणा बन सकता है।