बांग्लादेश की राजधानी ढाका के उत्तरा इलाके में एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ, जहां बांग्लादेश एयर फोर्स का एक F-7 फाइटर जेट एक स्कूल की इमारत पर क्रैश हो गया। इस भीषण दुर्घटना में कम से कम 19 लोगों की मौत हो चुकी है और कई अन्य गंभीर रूप से घायल हैं। घटनास्थल पर चीख-पुकार और अफरा-तफरी का माहौल है।
🚨 हादसा कैसे हुआ?
- विमान नियमित अभ्यास मिशन पर था जब तकनीकी खराबी के चलते पायलट ने नियंत्रण खो दिया।
- जेट सीधे जाकर उत्तरा के एक घनी आबादी वाले इलाके में स्थित स्कूल की इमारत से टकरा गया।
- घटना सुबह स्कूल शुरू होने से कुछ समय पहले की है, जिससे छात्र बड़ी संख्या में परिसर में मौजूद थे।
🔥 क्या हुआ मौके पर?
- टक्कर के बाद स्कूल में भयंकर आग लग गई।
- दमकल विभाग की 6 से ज्यादा गाड़ियां मौके पर भेजी गईं।
- NDRF और बांग्लादेश सेना की टीमें राहत-बचाव कार्य में जुटीं।
- कम से कम 19 मौतों की पुष्टि, जिनमें छात्र, स्कूल स्टाफ और आसपास के लोग शामिल हैं।
- दर्जनों घायल अस्पताल में भर्ती हैं, कुछ की हालत नाजुक बनी हुई है।
🎙️ आधिकारिक बयान
बांग्लादेश एयरफोर्स ने कहा है:
“F-7 विमान नियमित उड़ान पर था जब उसे इंजन फेलियर की सूचना मिली। पायलट ने अंतिम समय तक विमान को आबादी से दूर ले जाने की कोशिश की, लेकिन वह सफल नहीं हो सका।”
✈️ F-7 विमान के बारे में:
- यह चीन निर्मित विमान है, जिसे बांग्लादेश एयर फोर्स ने कई सालों से उपयोग में लिया हुआ है।
- यह प्रशिक्षण और इंटरसेप्शन मिशनों में इस्तेमाल होता है।
- इससे पहले भी F-7 की विश्वसनीयता पर सवाल उठते रहे हैं।
🇧🇩 सरकार की प्रतिक्रिया
- प्रधानमंत्री शेख हसीना ने हादसे पर गहरा दुख जताया है।
- घायलों के बेहतर इलाज के निर्देश दिए गए हैं।
- एक उच्चस्तरीय जांच कमेटी का गठन कर दिया गया है जो इस हादसे के कारणों की जांच करेगी।
🕊️ निष्कर्ष
उत्तरा स्कूल में हुआ यह हादसा सिर्फ तकनीकी नहीं, बल्कि प्रशासनिक और सुरक्षा प्रबंधन की बड़ी चूक को भी उजागर करता है। सरकार और वायुसेना पर अब कई सवाल उठ रहे हैं कि आखिर नागरिक इलाकों में इस तरह की उड़ानों की अनुमति क्यों दी जाती है।