प्रसिद्ध तीर्थ स्थल मनसा देवी मंदिर में शुक्रवार को एक भयानक भगदड़ में 7 श्रद्धालुओं की दर्दनाक मौत हो गई और दर्जनों लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। यह हादसा उस वक्त हुआ जब मंदिर में भारी भीड़ उमड़ पड़ी और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सुरक्षा इंतजाम नाकाफी साबित हुए।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, मंदिर के मुख्य द्वार के पास अचानक अफरा-तफरी मच गई, जिससे लोग एक-दूसरे पर गिरने लगे। घबराहट में कई लोग नीचे दब गए। मौके पर पहुंची पुलिस और एनडीआरएफ की टीमों ने तत्काल रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया और घायलों को एंबुलेंस से नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया।
मुख्य तथ्य:
- हादसे में अब तक 7 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है।
- करीब 20 से अधिक श्रद्धालु घायल हैं, जिनमें से कुछ की हालत नाजुक बताई जा रही है।
- हादसे की जांच के आदेश दे दिए गए हैं और जिला प्रशासन ने मंदिर में भीड़ नियंत्रण के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हादसे पर गहरा शोक जताया और मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है। साथ ही यह भी सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया कि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
श्रद्धालुओं से अपील की जा रही है कि वे भीड़ के दौरान संयम बनाए रखें और प्रशासन द्वारा निर्धारित दिशा-निर्देशों का पालन करें।
यह हादसा एक बार फिर तीर्थ स्थलों पर भीड़ प्रबंधन की गंभीरता को उजागर करता है। प्रशासन को चाहिए कि तीर्थ यात्राओं के दौरान सुरक्षा उपायों को प्राथमिकता दे ताकि श्रद्धालु न केवल आस्था बल्कि सुरक्षा के साथ भी यात्रा कर सकें।