महाराष्ट्र की राजनीति में एक प्रभावशाली चेहरा, उद्धव ठाकरे आज अपना जन्मदिन मना रहे हैं। एक समय में पेशे से फोटोग्राफर रहे उद्धव ने अपने जीवन की शुरुआत कला और छायाचित्रण से की थी, लेकिन किस्मत ने उन्हें राजनीति के केंद्र में ला खड़ा किया।
🎞️ फोटोग्राफर से नेता बनने की कहानी
उद्धव ठाकरे ने राजनीति में प्रवेश करने से पहले एक सफल फोटोग्राफर के रूप में पहचान बनाई। उनकी फोटो प्रदर्शनियों को काफी सराहना मिली। लेकिन 2002 में जब उन्हें बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) चुनाव की जिम्मेदारी दी गई, तब उन्होंने राजनीतिक सफर की शुरुआत की।
🏛️ मुख्यमंत्री तक का सफर
शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे के पुत्र उद्धव ने धीरे-धीरे पार्टी की बागडोर संभाली। 2019 में भाजपा से अलग होकर एनसीपी और कांग्रेस के साथ महाविकास अघाड़ी सरकार बनाई और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बने। उनका कार्यकाल कोविड-19 महामारी और राजनीतिक अस्थिरता से जूझता रहा।
🛑 2022 में इस्तीफा और सियासी तूफान
2022 में एकनाथ शिंदे के बगावत के बाद उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा। इस घटनाक्रम ने शिवसेना को दो गुटों में बांट दिया और राज्य की राजनीति में नई दिशा दे दी।
🔁 राज ठाकरे के साथ मंच साझा कर बढ़ी हलचल
हाल ही में, अपने चचेरे भाई राज ठाकरे के साथ एक मंच साझा करने पर उद्धव फिर सुर्खियों में आ गए। लंबे समय बाद दोनों ठाकरे नेताओं की एकता ने महाराष्ट्र की राजनीति में नए समीकरणों की संभावना को जन्म दिया है।
🎂 जनता से जुड़ा एक नेता
अपने शांत और विचारशील स्वभाव के लिए पहचाने जाने वाले उद्धव ठाकरे आज भी महाराष्ट्र की राजनीति में एक मजबूत विपक्षी नेता के रूप में सक्रिय हैं।
👉 उद्धव ठाकरे को उनके जन्मदिन पर हार्दिक शुभकामनाएं!
उनका सफर यह दर्शाता है कि कैसे कला से जुड़ा एक संवेदनशील मन सत्ता और जनसेवा की दिशा में निर्णायक कदम उठा सकता है।