भारत के लिए हाल ही में अपना टेस्ट डेब्यू करने वाले तेज गेंदबाज अंशुल कम्बोज को भले ही मैनचेस्टर टेस्ट में ज्यादा सफलता न मिली हो, लेकिन भारत के महान ऑलराउंडर कपिल देव ने उनका खुलकर समर्थन किया है।
डेब्यू पर निराशाजनक प्रदर्शन
चेन्नई सुपर किंग्स से IPL खेलने वाले और भारत के 318वें टेस्ट क्रिकेटर बने अंशुल कम्बोज को इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट में मौका मिला, लेकिन वे उम्मीदों पर खरे नहीं उतर सके। 18 ओवर में 89 रन खर्च कर वे सिर्फ एक विकेट ले सके—बेन डकेट का। उनकी गति की कमी और लयहीन गेंदबाजी पर कई पूर्व क्रिकेटरों और फैंस ने सवाल उठाए।
कपिल देव ने दी हिम्मत
कपिल देव ने शनिवार को प्रोफेशनल गोल्फ टूर ऑफ इंडिया (PGTI) के दूसरे चरण के कार्यक्रम के लॉन्च के दौरान कहा,
“पहले मैच में आप किसी डेब्यू खिलाड़ी से 10 विकेट की उम्मीद करते हैं क्या? हर खिलाड़ी अपने पहले मैच में नर्वस होता है। जरूरी यह है कि उसमें काबिलियत है या नहीं। और मुझे अंशुल में वो काबिलियत दिखती है। वो वापसी करेगा।”
इमरजेंसी में मिला मौका
दरअसल, अंशुल कम्बोज को शुरुआती टीम में नहीं चुना गया था। लेकिन टीम इंडिया में चोटों की बाढ़ के चलते उन्हें अचानक बुलाया गया। तीसरे टेस्ट में आकाश दीप चोटिल हो गए थे और फिर ट्रेनिंग के दौरान अर्शदीप सिंह और नितीश रेड्डी भी चोटिल हो गए। ऐसे में कम्बोज को मौका मिला। उन्होंने हाल ही में इंडिया ए बनाम इंग्लैंड लायंस चार दिवसीय मुकाबलों में प्रभावशाली प्रदर्शन किया था।
पहले क्लास रिकॉर्ड्स दमदार
टेस्ट डेब्यू से पहले अंशुल के फर्स्ट क्लास रिकॉर्ड काफी शानदार थे—22.80 की औसत से 79 विकेट। वह स्विंग और सटीक लाइन-लेंथ के लिए जाने जाते हैं, लेकिन मैनचेस्टर में वे अपनी लय नहीं पकड़ सके।
निष्कर्ष
अंशुल कम्बोज का डेब्यू भले ही यादगार न रहा हो, लेकिन कपिल देव जैसे दिग्गज का समर्थन युवा खिलाड़ी के लिए बड़ी राहत है। उम्मीद की जानी चाहिए कि अगली बार जब अंशुल मैदान में उतरेंगे, तो वे खुद को साबित करेंगे।