अनिल अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस ग्रुप ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) की छापेमारी के बाद मीडिया में चल रही खबरों पर चुप्पी तोड़ी है। गुरुवार को मुंबई और दिल्ली के 35 ठिकानों पर ED की कार्रवाई के बाद रिलायंस ग्रुप ने बयान जारी कर स्पष्ट किया कि Yes Bank से जुड़े सभी वित्तीय लेन-देन कानून के अनुसार थे।
📌 रिलायंस ग्रुप ने क्या कहा?
रिलायंस ग्रुप के प्रवक्ता ने कहा:
“हम स्पष्ट करना चाहते हैं कि Yes Bank के साथ हमारे समूह की सभी डीलिंग्स वित्तीय नियमों और कानूनों के तहत ही हुई हैं। हम संबंधित एजेंसियों के साथ पूरी तरह सहयोग कर रहे हैं और आश्वस्त हैं कि जांच के बाद सच्चाई सामने आएगी।”
🔍 क्या है मामला?
- प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए अनिल अंबानी के रिलायंस ग्रुप सहित कई कंपनियों के ठिकानों पर छापेमारी की।
- जांच के केंद्र में Yes Bank से जुड़े कथित संदिग्ध ऋण और निवेश लेन-देन हैं।
- सूत्रों के मुताबिक, ED इस बात की जांच कर रही है कि क्या रिलायंस ग्रुप को दिए गए कर्ज का इस्तेमाल नियमों के खिलाफ किया गया।
🏦 Yes Bank और कॉर्पोरेट लोन विवाद
यह मामला Yes Bank के पूर्व CEO राणा कपूर के खिलाफ चल रही जांच से जुड़ा है, जिसमें कई कॉर्पोरेट घरानों द्वारा लिए गए कर्ज और संभावित रिटर्न के बीच की कड़ी को खंगाला जा रहा है।
📰 निष्कर्ष:
रिलायंस ग्रुप ने साफ किया है कि वह कानूनी प्रक्रिया का सम्मान करते हुए जांच में पूरा सहयोग करेगा। अब सभी की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि ED की आगे की कार्रवाई में क्या नया खुलासा होता है।