FIH Pro League में भारत की तीसरी हार अर्जेंटीना से 3-4 की शिकस्त, ‘डिफेंड टू विन’ रणनीति फिर फेल”

एम्स्टलवीन (नीदरलैंड्स), 9 जून 2025 — भारतीय पुरुष हॉकी टीम को FIH प्रो लीग 2024-25 के यूरोपीय चरण में लगातार तीसरी हार का सामना करना पड़ा, जब अर्जेंटीना ने एक रोमांचक मुकाबले में भारत को 4-3 से हरा दिया। इस हार ने भारत की रक्षात्मक रणनीति पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, जिसे कोच क्रेग फुल्टन ने अपनी प्राथमिकता बताया था।

20 मिनट में 2 गोल, 2 गंभीर रक्षात्मक चूक

मैच की शुरुआत ही भारत के लिए बुरे संकेतों के साथ हुई। तीसरे मिनट में अर्जेंटीना के कप्तान मैटियास रे ने पहले गोल के रूप में गेंद को शानदार अंदाज़ में नेट में पहुंचाया। लेकिन यह गोल पूरी तरह भारतीय डिफेंस की गलती से हुआ, जब अमित रोहिदास का एक खराब एरियल पास सीधे विपक्षी को मिल गया।

17वें मिनट, यानी दूसरे क्वार्टर की शुरुआत में, अर्जेंटीना ने दूसरा गोल दागा। लुकास मार्टिनेज ने बेहद साधारण पास को नियंत्रित कर गोल किया — यह गोल भी भारत के तीन रक्षकों की ढीली प्रतिक्रिया का परिणाम था।

भारत की वापसी लेकिन फिर वही कहानी

हालांकि हर्मनप्रीत सिंह ने पहले क्वार्टर के अंत में पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलकर स्कोर बराबर किया, लेकिन अर्जेंटीना ने हर बार भारत की वापसी को बेमानी कर दिया।

34वें मिनट में जब भारत ने स्कोर 2-2 कर लिया, तभी अर्जेंटीना ने तुरंत जवाब दिया और एक मिनट के भीतर तीसरा गोल ठोक दिया। यह गोल फिर से भारत के डिफेंस की असावधानी का नतीजा था।

चौथे क्वार्टर की शुरुआत में, महज़ 20 सेकंड के भीतर अर्जेंटीना ने चौथा और निर्णायक गोल दागा, जिससे भारत के लिए वापसी की सारी संभावनाएं धूमिल हो गईं।

‘डिफेंड टू विन’ रणनीति पर सवाल

भारतीय टीम के कोच क्रेग फुल्टन और कप्तान हर्मनप्रीत सिंह दोनों ने हाल ही में कहा था कि टीम की पहली प्राथमिकता “डिफेंड करना” है। लेकिन यह रणनीति हालिया तीन मुकाबलों — जिनमें से दो नीदरलैंड्स और एक अर्जेंटीना के खिलाफ थे — में पूरी तरह विफल साबित हुई।

हर्मनप्रीत सिंह ने कहा:

“हमने बार-बार रक्षात्मक चूक की है। हमें अब अपनी रणनीति पर फिर से विचार करना होगा।”

आगे की चुनौती

भारत की टीम अब प्रो लीग में बाकी बचे मुकाबलों की तैयारी में जुटेगी, लेकिन इस हार ने यह साफ कर दिया है कि अगर टीम को 2026 विश्व कप और ओलंपिक क्वालिफायर्स में कुछ करना है, तो डिफेंस में बड़े सुधार की जरूरत है।

प्रमुख आंकड़े:

  • भारत की प्रो लीग 2025 में लगातार तीसरी हार
  • चारों गोल अर्जेंटीना ने हर क्वार्टर की शुरुआत में किए
  • भारत के लिए गोल: हर्मनप्रीत सिंह (PC), शीलानंद लकड़ा और विवेक सागर प्रसाद

निष्कर्ष:
भारतीय हॉकी टीम को अब आत्मविश्लेषण की जरूरत है। फुल्टन की डिफेंसिव रणनीति तब तक सफल नहीं हो सकती जब तक खिलाड़ी उस पर शारीरिक और मानसिक रूप से अमल न करें। अर्जेंटीना के खिलाफ यह मुकाबला भारत के लिए चेतावनी की घंटी है — अब समय है कि रक्षात्मक चूकों से आगे बढ़कर मजबूत रणनीति और कंसिस्टेंसी पर फोकस किया जाए।

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