भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच में जहां शुभमन गिल और ऋषभ पंत की आक्रामक बल्लेबाजी ने टीम इंडिया को बेहतरीन शुरुआत दिलाई, वहीं रविंद्र जडेजा की धीमी पारी ने फैंस और क्रिकेट एक्सपर्ट्स को निराश कर दिया।
🏏 क्या था मामला?
तीसरे दिन जब भारत की पारी अच्छी लय में थी, उस वक्त जडेजा को उम्मीद थी कि वह तेजी से रन बनाकर स्कोर को बड़े स्तर तक ले जाएंगे। लेकिन उन्होंने 46 गेंदों में महज 1 चौका लगाते हुए रनगति को धीमा कर दिया। ऐसे समय पर जब चौके-छक्कों की जरूरत थी, उन्होंने मेडन ओवर पर मेडन ओवर खेल डाले।
🤔 क्यों उठे सवाल?
- शुभमन गिल के दोहरे शतक और पंत के अर्धशतक ने टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया था।
- लेकिन मिडिल ऑर्डर में जडेजा की धीमी बल्लेबाजी ने रनों की रफ्तार थाम दी।
- सोशल मीडिया पर फैंस ने उनकी बल्लेबाजी को लेकर कड़ी आलोचना की और पूछा कि जब तेजी की जरूरत थी, तब वह इतने रक्षात्मक क्यों हो गए?
📉 टीम की रणनीति पर असर
भारत जहां 450+ स्कोर की ओर बढ़ सकता था, वहां रनगति धीमी पड़ने से इंग्लैंड ने वापसी की उम्मीदें पाल लीं। क्रिकेट एक्सपर्ट्स का मानना है कि जडेजा को उस समय अधिक आक्रामक भूमिका निभानी चाहिए थी, खासकर तब जब पिच बल्लेबाजों के अनुकूल थी।
🗣️ विशेषज्ञों की राय
पूर्व भारतीय खिलाड़ी आकाश चोपड़ा ने कहा:
“जडेजा का अनुभव इस स्थिति में टीम के लिए उपयोगी होना चाहिए था, लेकिन उन्होंने बहुत अधिक समय ले लिया। ऐसे में विपक्ष को सांस लेने का मौका मिल गया।”
निष्कर्ष:
रविंद्र जडेजा भले ही टीम इंडिया के भरोसेमंद ऑलराउंडर हैं, लेकिन इस पारी में उनकी रक्षात्मक सोच ने टीम की रफ्तार को धीमा किया। अब देखना होगा कि क्या वह अगली पारी में आलोचकों को अपने बल्ले से जवाब दे पाते हैं या नहीं।