इजरायली वायुसेना ने रविवार-रविवार रात यमन के तीन प्रमुख बंदरगाहों— हुदैदा, रस ईसा, और सलिफ—के साथ-साथ रस कांटिब नामक पावर स्टेशन और हूथी नियंत्रण वाले ‘Galaxy Leader’ जहाज पर जोरदार हमला किया । यह पहली बड़ी कार्रवाई होगी एक महीने में, हूथियों द्वारा पूर्व में लाल सागर में हमला करने के कुछ घंटे बाद हुआ।
🔥 घटना कैसे शुरू हुई?
- रविवार को एक लिबेरियन-फ्लैग वाला कार्गो जहाज ‘Magic Seas’ लाल सागर में रूका, हमले में आग लगने और पानी भरने की वजह से चालक दल को जहाज छोड़ना पड़ा ।
- ब्रिटेन की मरीटाइम एजेंसी UKMTO ने इस घटना को बॉट-बोटों, RPGs और small-arms आग से जोड़ा, जिसे हूथी उठाव माना गया ।
🛡 इजरायल की जवाबी कार्रवाई:
- इज़राइल ने वायु चेतावनी के बाद हवाई हमले शुरू किए, जिसमें बंदरगाह, पावर स्टेशन, और Galaxy Leader जहाज को निशाना बनाया गया ।
- रक्षा मंत्री कैट्ज़ ने स्पष्ट किया कि ये “ईरान से सप्लाई हथियारों” को रोकने की कोशिश थी ।
🎯 हूथियों का पलटवार:
- हूथी समूह ने दो बैलिस्टिक मिसाइलें और ड्रोन इज़राइल की ओर दागे, जिसमें कुछ इंटरसेप्ट हुए और कुछ निशानाबाजी हुई, लेकिन कोई बड़ी क्षति नहीं हुई ।
- हूथी प्रवक्ता ने कहा कि इज़राइल की मिसाइलें “सफलतापूर्वक रोकी” गईं और ये एक “स्थायी मुकाबले” की तैयारी का संकेत है ।
🌐 व्यापक असर:
- मरम्मत ठहराव – यह हमला तीसरे महीना शुरू होने के साथ इजरायल की सबसे तेजी वाली कार्रवाई है ।
- ढांचा निशान – Galaxy Leader जहाज को देखा गया यातायात पर नजर रखने वाले रडार जहाज में तब्दील।
- महासागर में तनाव – यह घटना लाल सागर में नौवहन सुरक्षा और वैश्विक व्यापार मार्गों के लिए चिंता की वजह बनी।
- राजनीतिक दबाव – यह हमले इजरायल-हमास संघर्ष और अमेरिका–ईरान परमाणु वार्ता के बीच बैंडवैन दबाव की भी परछाई है।