वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लीजेंड्स (WCL) 2025 में टीम इंडिया चैंपियंस का अभियान अब तक बेहद निराशाजनक रहा है। युवराज सिंह की अगुवाई वाली टीम ने अब तक खेले गए तीन मुकाबलों में सिर्फ एक अंक ही जुटाया है और पॉइंट्स टेबल में सबसे नीचे बनी हुई है। टूर्नामेंट में बने रहने के लिए अब हर मैच ‘करो या मरो’ जैसा हो गया है।
आज का मुकाबला:
रविवार को भारत और इंग्लैंड चैंपियंस के बीच मुकाबले में युवराज सिंह ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। इंग्लैंड की टीम, जिसकी कप्तानी पूर्व विश्व विजेता कप्तान इयोन मोर्गन कर रहे हैं, ने बेहतरीन शुरुआत करते हुए भारतीय गेंदबाजों पर दबाव बना दिया है।
बेल और बोपारा की ठोस साझेदारी:
इंग्लैंड चैंपियंस के लिए इयान बेल और रवि बोपारा की जोड़ी ने जबरदस्त बल्लेबाजी की और भारतीय गेंदबाजों को विकेट के लिए तरसा दिया। दोनों खिलाड़ियों ने जिम्मेदारी से खेलते हुए टीम को एक मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया। भारतीय गेंदबाजों की लाइन और लेंथ दोनों ही बिखरी हुई नजर आईं।
भारत की गेंदबाजी बनी चिंता का विषय:
तीनों मैचों में भारत की सबसे बड़ी कमजोरी उसकी गेंदबाजी ही रही है। न तो स्पिनर प्रभाव छोड़ पा रहे हैं और न ही पेस अटैक में धार दिखाई दे रही है। इंग्लैंड के खिलाफ भी वही कहानी दोहराई गई, जहां शुरुआती ओवरों में विकेट लेने में असफलता ने विपक्षी टीम को मजबूत पकड़ बनाने दी।
सेमीफाइनल की उम्मीदें अधर में:
यह मैच भारत के लिए बेहद अहम है। अगर टीम यह मुकाबला हारती है तो टूर्नामेंट से बाहर होने की संभावना बढ़ जाएगी। वहीं, इंग्लैंड चैंपियंस की स्थिति भी कुछ खास बेहतर नहीं है और वे भी अब तक एक भी जीत दर्ज नहीं कर पाए हैं।
क्या युवराज के धुरंधर वापसी कर पाएंगे?
भारत के पास अब ज्यादा समय नहीं बचा है। कप्तान युवराज सिंह और बाकी दिग्गजों को अनुभव का पूरा इस्तेमाल करते हुए टीम को पटरी पर लाना होगा। बल्लेबाजी, गेंदबाजी और फील्डिंग—तीनों विभागों में एकजुट प्रदर्शन की सख्त जरूरत है।