लंदन, लॉर्ड्स (11 जून 2025) – सितंबर से टेस्ट क्रिकेट से दूर रहे लुंगी नगीदी को दक्षिण अफ्रीका ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल 2025 के लिए चुना, जबकि अनुभवी डेन पेटरसन को बाहर रखा गया। कप्तान टेम्बा बावुमा ने इस निर्णय को “कठिन लेकिन रणनीतिक” बताते हुए बताया कि नगीदी की तेज गति और ऊँचाई (1.93 मीटर) से लॉर्ड्स की स्लोप वाली पिच पर गेंदबाजी में फायदा होगा। वहीं 1.75 मीटर के पेटरसन की तुलना में नगीदी बोलिंग अटैक में बेहतर विविधता जोड़ते हैं।
नगीदी ने अगस्त 2024 के बाद टेस्ट क्रिकेट नहीं खेला, लेकिन लुडिया ने 19 टेस्टों में 55 विकेट लिए हैं, जिसमें लॉर्ड्स में जो रूट का विकेट भी शामिल है। इससे उन्हें रबाडा और जेनसन के साथ तेज अटैक का तीसरा विकल्प बनाया गया है।
“मुल्डर को नंबर 3 का दबाव सामना करने का मौका”
दूसरा बड़ा आश्चर्य यह रहा कि ऑलराउंडर वियान मुल्डर को नंबर 3 पर बल्लेबाज़ी करने का मौका मिला, जिसे कप्तान ने विश्वास जताया। बावुमा ने कहा,
“मुल्डर ने पिछले दो वर्षों में रेड-बॉल क्रिकेट में वृद्धि दिखाई है। उसे आत्मविश्वास देना चाहते हैं — वह जानता है कि हम उसके साथ हैं।”
मुल्डर के पास टेस्ट क्रिकेट में अभी तक सिर्फ एक शतक और एक अर्द्धशतक दर्ज है, लेकिन पूर्व क्रिकेटर हाशिम अमला ने उन्हें तकनीकी रूप से मजबूत बताया और कहा,
“नंबर 3 पर बल्लेबाज़ी एक चुनौतीपूर्ण भूमिका है। मुल्डर तकनीकी रूप से सक्षम हैं और दक्षिण अफ्रीका की आक्रामक शैली के अनुकूल हैं।”
भारत के विकल्प टोनी डे ज़ोरजी को पीछे छोड़कर मुल्डर को आगे लाने से यह संकेत मिलता है कि टीम संतुलित गेंदबाज़ी और धैर्य भरी शुरुआत के इरादे से बल्लेबाज़ी में बदलाव कर रही है।
टेम्बा बावुमा ने क्या कहा?
चुनौतीपूर्ण निर्णयों को लेकर बावुमा ने बताया:
“डेन रवाना अच्छा प्रदर्शन किए, लेकिन बदलाव रणनीति के लिए आवश्यक था। नगीदी की ऊंचाई, गति और अनुभव लॉर्ड्स की परिस्थितियों में हमें संतुलन देंगे। वहीं मुल्डर बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी दोनों में योगदान कर सकेगा।”
नया प्लेइंग XI (SA)
- ओपनर: रयान रिकेल्टन, एडेन मार्करम
- नंबर 3: वियान मुल्डर
- मिडिल ऑर्डर: टेम्बा बावुमा (c), ट्रिस्टन स्टब्स, डेविड बेडिंघम, काइल वेरेन (wk)
- बॉलिंग अटैक: मार्को जेनसन, कगिसो रबाडा, केशव महाराज, लुंगी नगीदी
निष्कर्ष
दक्षिण अफ्रीका ने स्पष्ट रूप से फाइनल में गेंदबाज़ी पर ज्यादा तवज्जो दी है: तेज़ गेंदबाज़ खंबों — रबाडा, जेनसन, नगीदी — और साथ में एक ऑलराउंडर बल्लेबाज़ मल्टर, जो बैलेंस सुनिश्चित करेगा। यह रणनीतिक झटका है, जो दिखाती है कि टीम लॉर्ड्स की परिस्थितियों के अनुरूप बदलाव कर रही है।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि यह चयन सरल रणनीति साबित होती है या कोई जोखिम, जब मुकाबला शुरू होगा और दोनों टीमें भिड़ेंगी।